क्या है लोनार झील का रहस्य || casestudy

नमस्कार दोस्तो ज्ञान वर्षा website पर आपका स्वागत है।  दोस्तो महारस्ट्र के बोलदना जिले के  लओनार झील आजकल चर्चा की वीषय बनी है। दरअसल इसका पानी लाल रंग  हो गया है जिसकी वजह से  ये शुरखियो में है। पहली बारिश बदलाव को लेकर आम लोग और वैज्ञानिक हैरान है। वैज्ञानिकों  का कहना है कि  इस झील में कुछ खास किस्म के बैक्टीरिया ( bacteria )और फंगुस ( fungus ) मौजूद है जिसकी वजह से पानी का रंग लाल हो गया है। वहीं आम  लोगों  के झील का रंग बदलना जिज्ञासा  का विषय बना है।
क्या है इस झील की पीछे की कहानी आइये जानते है।
हालाकि वैज्ञानिकों  कहना है कि झील  पानी लाल होने के और भी कई कारण हो सकते है जिसकी जांच  होना अभी बाकी है। वहीं लोना र  झील का पानी का रंग लाल होने  के कारण आस पास के लोग बड़ी तादात में झील देखने के लिए आ रहे हैं। कुछ लोग  तो इसे चमत्कार में रहे है तो वहीं कई अफ़वाहें भी जोर पकड़ लिया है। आप  को बता दे कि लोनार झील बेहद रहस्य माए है। NASA से लेकर दुनिया भर के वैज्ञानिक झील के रहस्यों  को जानने में वर्षों से हुए है। 

आखिर क्यों है लोनार झील इतना खास ?

लोनार झील जिसे  एक क्रेतर के नाम से भी जाना जाता है एक नेशनल जियोहेरिटेज मॉन्यूमेंट है। ये खारे पानी वाला झील है। जो महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले  इस्थित है। लोनार झील का निर्माण लगभग 25800 वर्ष पहले Pleistocene के युग के दौरान हुए था। वैज्ञानिक शोध के दौरान उस समय पृथ्वी से उल्कापिंड टकराने से इस झील का निर्माण हुआ। ये दुनियाभर में स्थित चार क्रेट्रस में से एक है जिसके निर्माण hyper velocity impact से हुए है। लोनार झील के अवसर व्यास 1.2 की. मी. है और इसके ऊपरी व्यास 1.8 की. मी. है।

इतिहास में उल्लेख

लोनार झील का उल्लेख सबसे पहले इस्कांध पुराण जैसे प्राचीन ग्रंथो में की गई है। इसके अलावा 16वी स्टब्दी में लिखे गए A'in- AKBARI में भी इसका जिक्र है। वह पर कभी मुर्य साम्राज्य का सासन था। इनके अलावा सातवाहन , चालुक्य ने भी इस छेत्र पर शासन किया था। 

Comments

Post a Comment